चीनी ऐप्लिकेशन तथा व्हाट्सऐप और फेसबुक द्वारा डेटा को लेकर लगातार विवाद में आने के बाद भारत सरकार अब भारतीयों के डेटा को लेकर सतर्क मोड में आ चुकी है. क्योंकि भारत में अब तक डेटा को लेकर किसी तरह के नियम कानून नहीं हैं. ऐसे में देश में अब विदेशी सोशल मीडिया को रिप्लेस करने को लेकर विकल्प तलाशे जा रहे हैं. ऐसे में अब Twitter के विकल्प के तौर पर भारत में Koo App आ चुका है. यह ऐप लोगों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है. बता दें कू ऐप पर कई लोकप्रिय लोगों ने अपने अकाउंट भी बना लिए हैं. इनमें से एक हैं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal). इन्होंने अपना अकाउंट कू ऐप पर बना लिया है और भी कई मंत्री एक एक कर अपना अकाउंट बना रहे हैं.
Koo App एक Microblogging साइट है. इस ऐप में वह सभी खूबिया हैं जो ट्विटर में थे. आसान भाषा में कहें तो Koo मेड इन इंडिया ट्विटर है. इसमें भारत की कुल 8 भाषाओं को शामिल किया गया है. कू को ऐप और वेबसाइट दोनों ही माध्यमों से इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें शब्दों की अधिकतम सीमा 350 है.
Koo App की फंडिंग इंफोसिस के मोहनदास पाई की 3one4 कैपिटल की ओर से की गई. कू ने फंडिंग के रूप में 30 करोड़ रुपये जुटाए हैं. बता दें कि पिछले काफी समय से स्वदेशी ऐप व स्वदेशी प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दिया जा रहा है. एक तरफ डेटा को लेकर व भारत सरकार द्वारा जारी आदेशों का का पालन ट्विटर द्वारा नहीं किया जा रहा है. इसी कड़ी में कू ऐप भारतीयों के लिए नए विकल्प तैयार कर रहा है. कू ऐप को आप गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर दोनों ही जगहों से डाउनलोड कर सकते हैं.
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