








कश्मीरी लाल जी व मैं 2 दिन से अयोध्या में हैं। दत्तोपंत ठेंगड़ी जन्म शताब्दी के समापन कार्यक्रम व दीपावली पर दीपोत्सव दर्शन इस हेतु ।
किंतु आज रामलला, सरयू घाट व सायंकाल का भव्य कार्यक्रम देखते हुए भी हमारे मन में प्रश्न था कि क्या केवल मंदिर निर्माण, दिवाली मनाना, इसके लिए ही इतने वर्षों आंदोलन हुआ, हजारों जेल गए, लाखों ने कष्ट सहे, अनेकों की शहादत भी हुई।
पर साय॔काल जब कार्यक्रम चल रहा था तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का उद्बोधन सुनकर यह आश्वस्ति हुई कि यह केवल मंदिर निर्माण का आंदोलन नहीं था बल्कि इसके कारण से, पूर्वी उत्तर प्रदेश का, जोकि भारत के सबसे गरीब इलाकों में से एक है,आर्थिक परिवर्तन भी हो रहा है।
श्री राम के नाम पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बन रहा है।दशरथ के नाम पर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल बन रहा है।सड़कें बन रही हैं, इंडस्ट्री आ रही है, टूरिज्म आ रहा है।
इसके कारण से इस सारे इलाके के लोगों का रोजगार बड़ी तेजी से बढ़ रहा है।प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही हैं। बाजार में रौनक और खरीदारों की भीड़ उमड़ने लगी है। वास्तव में जो रामराज्य की कल्पना है उस तरफ चीजें जा रही हैं।
… और हम इन्हीं विषयों की चर्चा करते हुए,अयोध्या में संपूर्ण दीपावली, दीपोत्सव-2020, के दृश्य का आनंद भी पा गए।
स्वदेशी चिट्ठी के पाठकों के लिए इस समय खींचे, कुछ चित्र भेज रहा हूं,जिससे आप भी अयोध्या की दीपावली में सहभागी होने का एहसास कर सकें
~सतीश कुमार
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