भारत को युवा बने ही रहना चाहिए
कल और आज रांची में स्वाबलंबी भारत अभियान की क्षेत्रिय कार्यशाला संपन्न हुई।इसका आयोजन वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा किया गया था।
संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक जी,क्षेत्र प्रचारक रामनवमी जी, वनवासी कल्याण आश्रम के अ भा संगठन मंत्री अतुल जोग जी तो थे ही। स्वदेशी के अरुण ओझा जी, कश्मीरी लाल जी,अर्चना मीना जी व अन्य सभी क्षेत्रीय,प्रांतीय स्तर के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
वहां चर्चा निकली की देश की युवा आबादी देश पर बोझ नहीं बल्कि देश की तरक्की व समृद्धि का कारण है।
अरुण ओझा जी ने समापन में कहा “आज जापान, यूरोप, चीन सब त्रस्त हैं, सब कुछ होते हुए भी आर्थिक प्रगति रुकी पड़ी है,वे दुखी हैं कि उनको बुढ़ापे में कोई सहारा नहीं दिखता। कारण एक है की वे बूढ़े देश होते जा रहे हैं। बच्चे बहुत कम पैदा होते हैं”
हमें यह ध्यान रखना होगा कि हम लंबा समय युवा बने रहें।देश व परिवार वही सुखी समृद्ध रहता है जिसमें बूढ़े,युवा व बच्चे तीनों हों।”
भारत की जन्मदर भी आवश्यक 2.1 से कम होकर 2.0 आ गई है,आगे और भी कम होने की आशंका है।भारत को जागना होगा।
कार्यशाला में मंच पर अधिकारी गण व रांची कार्यशाला में आई मातृ शक्ति