मैं आज जयपुर में राजस्थान के कृषि मंत्री डॉक्टर प्रभुलाल सैनी जी मिला!
लंबी वार्ता हुई! मैंने उनसे सीधे पूछा “राजस्थान के किसानों की आय वृद्धि के लिए आपके पास कोई नया दृष्टिकोण,नया विचार है,क्या?
तो उन्होने बताया “हम दुबई से उच्च स्तर के पिंड खजूर के पेड़ पौधे लेकर आए,उनको हमने जैसलमेर,बीकानेर के रेगिस्तान में लगाया!बहुत अच्छी फ़सल हुई है!और अब हमने इससे सिरोही में वाइन निकालने की फै़क्टरी लगा दी है!और इसका एक्सपोर्ट कर रहे हैं!और यह सारे मिडल ईस्ट में बड़ी लोकप्रिय हो रही है!इसके कारण,रेगिस्तान के किसानों की बहूत ही आय वृद्धि हुई है!”
इसी तरह से उन्होंने बताया “जैतून (ओलिव)के एक लाख पौधे इज़राइल से
लाकर यहाँ पर रोपे गए हैं!विशेषकर टोंक के इलाक़े में!इसके कारण से ऑलिव की चाय, तेल व अन्य प्रकार के महंगे प्रॉडक्ट बनाकर महानगरों में व एक्सपोर्ट के लिए बनाए जा रहे हैं!”
परंपरागत खेती के अलावा इन 2 तरीक़ों से राजस्थान के किसानों की आय में अच्छी वृद्धि हो रही है!”
मुझे लगा कि प्रभुलाल जी एक नए दृष्टिकोण को राजस्थान के किसानों की आयवृद्धि के लिए उपयोग कर रहे हैं!
योग भगाए रोग,लाए रोज़गार
पिछले दिनों दिल्ली के रोहिणी के कार्यकर्ता गोसेवक संजीव जी,चीन गए!
वहाँ उन्होंने देखा कि वहाँ के लोग न केवल तन के स्वास्थ्य के लिए योग अपना रहे हैं बल्कि उन्होंने इससे रोज़गार का साधन भी बनाया है!
वैसे भी इस समय पर दुनियाभर में योग 90 बिलियन डॉलर की मार्केट हो गया है!आगे 21 जून विश्व योग दिवस आ ही रहा है!
यदि हम योग के प्रसार प्रचार में लगें,तो न केवल तन की स्वस्थता व मन की शान्ति के लिए योग का उपयोग है! बल्कि यह नए रोज़गार व समृद्धि के द्वार भी खोलता है!
आओ, इस बार 21 जून योग दिवस को सब लोगों के साथ मिलकर मनाएँ व भारत व विश्व को तन मन से स्वस्थ बनाएँ!~’स्वदेशी-चिट्ठी’
राजस्थान के कृषिमंत्री के साथ व चीन में संजीव जी,योग करते हुए अपने परिचित चीनी परिवारों के साथ!