गत दिनों दिल्ली के आईआईटी में दूसरा स्टार्टअप मीट हुआ जिसका आयोजन कमलजीत जी के मार्गदर्शन में दिल्ली की टोली ने किया। बलिया(उ:प्र:)के सिपाही श्यामबाबू
गत सप्ताह एक प्रेरक खबर पढी,ताजी है,तो सोचा आपको भी बताऊ.।बलिया के रहने वाले श्याम बाबू 2005 में केवल 12वीं पास करने के बाद पुलिस में सिपाही भर्ती हो गए! किंतु उनका सपना बड़ा था!
पांच बहनें और दो भाई,उनकी शादियां भी करनी थी पिताजी तो सब्जी की छोटी सी दुकान चलाते थे। अतः नौकरी तो करनी ही थी।
2008 में श्याम बाबू ने ग्रेजुएशन वा 2012 में पोस्ट ग्रेजुएशन किया।सब प्राइवेट और वह भी पुलिस की सर्विस टाइम देते हुए।मेहनत व लगनशील था ही।
किंतु उसके मन में बड़ा बनने का सपना सदैव जागृत रहा और अंततः छठे प्रयास में वह उत्तर प्रदेश सिविल सेवा परीक्षा पास करने में उत्तीर्ण रहा और अब वह 1 सप्ताह पूर्व ही एसडीएम बन गया है।
संयोग से १० दिन पहले जब स्वयं उसे यह समाचार मिला तो वह कमरे में बैठे अपने थानेदार(SHO) के पास गया, जैसे ही उसने बताया कि मैं सिविल सेवा परीक्षा में सफल हो गया हूं, तो थानेदार ने इस सिपाही को सैल्यूट मार अभिनंदन किया।
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