आज सवेरे ही जब मैं शाखा व सैर करके कार्यालय आया तो समाचार पत्र आगे था। प्रमुख खबर थी की नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत समर्थक रूबियो मार्को को विदेश मंत्री और भारत अमेरिकी सम्बन्धों के प्रबल समर्थक माइक वाल्टज को अमेरिका का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया है।
सबसे प्रमुख दोनों पदों पर भारत समर्थक व्यक्ति आ जाने से अगले 4 साल तक भारत को सुविधा होगी। क्योंकि विशेष कर माइक वाल्टज न केवल चीन विरोधी हैं,बल्कि भारत विरोधी तथाकथित खालिस्तानियों के भी पूरे विरोधी हैं।
हिंद महासागर में वे भारत को बड़ी शक्ति मानते हैं। इस सबसे वैश्विक स्तर पर हमें बड़ी सुविधा होगी।वैसे भी रिपब्लिकन ट्रंप मोदी के अच्छे मित्र हैं और स्वदेशी चिट्ठी के पाठकों को सरलता से समझने में सुविधा रहे, यह ऐसे ही है जैसे भारत में बीजेपी राष्ट्रवादी है तो वहां रिपब्लिकन पार्टी है और वहां के डेमोक्रेटिक पार्टी भारत की सेकुलर कांग्रेस जैसी है।
ट्रंप ने आते ही बांग्लादेश के हिन्दू और ईसाईयों की सुरक्षा की बात सीधे उठाई है और शायद इसी का परिणाम है कि कनाडा के मूर्ख राष्ट्रपति ट्रुडो के स्वर बदलने शुरू हो गए हैं।
जो भी हो अगले कुछ वर्षों में विश्व पटल पर भारत का अभ्युदय तेजी से उभरता रहेगा। जय हो…सतीश
हिमाचल के 11दिवसीय प्रवास पर कश्मीरी लाल जी और कुछ दिन पहले जब हरियाणा के विजय सेतिया जी स्वदेशी शोध संस्थान देखने आए।