कठुआ,रियासी,राजौरी,अखनूर व जम्मू! सब तरफ़ स्वदेशी के कार्यकर्ताओं की भरपूर बैठकें,गत चार दिनों में सम्पन्न हुई!
कैसे जम्मू कश्मीर हो रोज़गार युक्त?स्वदेशी मेले की क्या है संभावना?फ्लिपकार्ट डील है कितनी ग़लत? क्या है स्वदेशी का दृष्टिकोण?
आगामी विचार वर्ग,सम्मेलन!संगठन का विस्तार कैसे हो? इन्हीं विषयों पर कार्यकर्ताओं ने बहूत उत्साह पूर्वक सब प्रकार की चर्चा की! प्रदेश की विशेष परिस्थिति और हम,इस पर भी चर्चा हुई!परिवार कैसे बनें,पूर्ण स्वदेशी?
चार दिवसीय जम्मू कश्मीर का सफल दौरा कर,आज पठानकोट रवाना हुआ तो मैं गीत गुनगुना रहा था…
ऐ,जवानों हमें बचाना है,अपने कश्मीर को!
हमें बनाना होगा फिर से भारत की तक़दीर को!
जय स्वदेशी~’स्वदेशी-चिट्ठी’