मध्यप्रदेश के नीमच मे एक छोटी चाय की दुकान चलाने वाले सुरेश गंगवाल की बेटी आंचल गंगवाल इस 7 जून को घोषित हुए परीक्षा परिणाम के बाद से फाइटर प्लेन की पायलट बन जाएगी!
इस परीक्षा में 6लाख लोग बैठे थे किंतु 22 लोग जो चुने गए उनमें से आंचल एक है!
एक सामान्य गरीब परिवार की लड़की,जिसने उत्तराखंड में 2011 में आई बाढ़ के समय पर सेना का काम टेलीविज़न पर देखा था,उससे प्रभावित होकर उसके मन में सपना जगा “मैं भी एयर फोर्स की पायलट बनूंगी”
आर्थिक कठिनाइयां,सामान्य पृष्ठभूमि व असफलताओं का बार बार आना! किंतु आंचल घबराई नहीं!
और छठी बार में उसने यह प्रतिष्ठित परीक्षा पास की! आंचल को और उसके परिवार को बधाई!
उसने बाकी सब के लिए भी प्रेरणा का काम किया है!
तीन निष्कर्ष 1.बड़ा सपना देखो..2.उस पर एकाग्र रहो 3.बिना निराशा के मेहनत करते रहो..
देश की आर्थिक राजधानी मुबंई मे,
आर्थिक विषयों पर चिंतन….!
आज मैं मुंबई में Center For Monitoring Indian Economy(CMIE) के CEO महेश व्यास जी से मिला
कोई 2 घंटे,बड़ी खुली व सार्थक चर्चा हुई!
स्वदेशी के बारे में वह जानते तो काफी कुछ हैं,किंतु कई बातों पर हमारी असहमति भी थी! विशेषकर वह बड़े उद्योगों व शहरीकरण को प्रोत्साहन के हकदार दिखे!
मैंने असहमति जताई!जो भी हो स्वदेशी व आर्थिक मुद्दों पर मुझे भी उनसे काफी कुछ समझने को मिला!
ध्यान रहे!यह भारत का सबसे बड़ा गैर सरकारी लेकिन data research तथा पालिसी सजेस्ट करने वाला संस्थान है..
….जय हो! ~ सतीश ‘स्वदेशी- चिट्ठी’