राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीसरे सरसंघचालक बाला साहब देवरस जब इस दायित्व पर आए तो उन्होंने कहा “मुझे एक देव दुर्लभ टीम विरासत में मिली है जिसके आधार पर संघ कार्य को मैं आगे बढ़ाने में सफल होऊंगा ही” और आज हम देखते हैं की 93 वर्ष बाद भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्य निरंतर बढ़ रहा है!
इसी तरह जब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट के मालिक से पूछा गया की आपकी सफलता का राज क्या है तो उन्होंने बोला “मेरे पास विश्व की सबसे उत्तम सीईओ की टीम है और मुझे टीम वर्क करना आता है!”
बाइबल के बाद दुनिया में सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक सात आदतें….के लेखक स्टीफन कवि अपनी प्रसिद्ध पुस्तक सेवन हैबिट्स में लिखते हैं “सिनर्जीटिक टीम सफलता की किसी भी ऊंचाई को छु सकती है”
परिवार हो पार्टी हो संगठन हो अथवा कोई उद्योग समूह यह ध्यान में आएगा कि जहां पर भी अच्छी टीम व टीम वर्क है तो वहाँ सफलता प्राप्त होती ही है!व्यक्तिगत स्तर पर जो सफलता अथवा आंकड़े प्राप्त होते भी हैं वह अस्थाई होते हैं व सुखदाई भी नहीं होते!इसके लिए अधिक विनम्रता,अधिक संवाद व अधिक विश्वास की आवश्यकता होती है यह जिस भी इकाई में हुआ तो वहां पर प्रेम,सफलता यह सहज स्वाभाविक रूप से आती ही है~सतीश
(गत दिनों नागपुर बैठक में गयी टीम स्वदेशी)