इन दिनों कर्नाटक के चुनाव चल रहे हैं और राहुल गांधी की फोटो मंदिरों में जाते हुए देखी जा सकती हैं! गुजरात चुनाव के समय ही उनको समझ में आ गया था कि मुस्लिम वोट बैंक पॉलिटिक्स समाप्त करनी होगी!
दूसरी तरफ जो ममता बनर्जी मुस्लिम तुष्टीकरण में गत वर्ष तक भी इतनी भ्रमित हो गई थी कि रामनवमी पर रोक लगा रही थी,वही इस बार टीएमसी पार्टी रामनवमी के जुलूस आयोजित कर रही है त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद ममता संभल गई है!तमिलनाडु के नए उभरते नेता स्प्रिचुअल पॉलिटिक्स की बात कर रहे हैं!यहाँ तक की अखिलेश यादव तक सीधे हो गए हैं!
वह दिन चले गए जब धर्मनिरपेक्षता व हिंदू आतंकवाद कहकर वोट मिलते थे अब सबको ध्यान में आ गया है कि इस देश में झूठी धर्मनिरपेक्षता का काम समाप्त हो गया है और हिंदुत्वमय राजनीति के अलावा कोई भी कुछ करेगा तो वह हार का ही मुंह देखेगा….जय हो…सतीश
हिन्दू जगे तो विश्व जगेगा..
भारत का विश्वास जगेगा.!