मैं हरियाणा के प्रवास में परसों हांसी के सनातन धर्म महिला कॉलेज पहुंचा। वहां लगभग 1200 विद्यार्थी मेरे से उद्यमिता पर टिप्स लेने के लिए बैठी थीं। मैंने उन्हें उद्यमिता के पांच प्रमुख सिद्धांत बताने शुरू किये।
जिसमें पहले ही होता है स्टार्ट अर्निंग अर्ली, अर्न वाईल यू लर्न।
मैंने उनसे पूछा “आप में से कितनी अभी भी पार्ट टाइम कुछ न कुछ कमा रही हैं?”
42 युवतियों ने हाथ खड़े किए।कोई ट्यूशन पढ़ा कर,कोई मेंहदी लगा कर, कोई सिलाई कढ़ाई करके तो कोई ऑनलाइन सेल करके ₹3000 से लेकर ₹25000 तक अभी भी कमा रही थीं।
मैंने उन्हें बताया “ये युवतियां जो आपकी ही सहपाठी हैं और अभी से पढ़ाई करते हुए भी कमा रही हैं,अंतिम वर्ष आते-आते तक 20..22 हजार रुपए कमाने लगेंगी। और फिर यदि इन्हें कोई नौकरी मिल गई तो भी अच्छा, नहीं तो यह फुल टाइम वही काम करके ₹30..35000 तो कमाने ही लगेंगी ये जिंदगी में कभी भी बेरोजगार नहीं रहेंगी।”
सभी को बात बहुत जच गई,वे सब जबर्दस्त रूप से उत्साहित हो गईं।फिर मैंने बाकी के चारों सिद्धांतों को भी विस्तार से बताया।
लगभग एक घंटा बोलने, बातचीत करने के बाद, जब मैंने उनसे पूछा “आप में से जो ऐसा कहती हैं कि हम अगले 3 महीने में ही कुछ न कुछ कमाई अवश्य करने लग जाएंगी, तो 1200 में से लगभग 1000 बच्चियों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। उनका संकल्प व चेहरे पर आत्मविश्वास का भाव देखकर जो मुझे संतुष्टि हुई,वो अतुलनीय थी।
यह मेरे साथ होता ही है,जब युवा, युवतियां मेरे से कहते हैं,वायदा करते हैं कि हम अपना रोजगार स्वयं बना लेंगे, विश्वास व संकल्प के साथ कहते हैं तो वे मेरे जीवन के सबसे अधिक संतुष्टि देने वाले क्षण होते हैं।~सतीश
हांसी सनातन धर्म महिला कॉलेज के कार्यक्रम के कुछ चित्र
One Response
Nice blog here Also your site loads up fast What host are you using Can I get your affiliate link to your host I wish my web site loaded up as quickly as yours lol