स्वदेशी चिट्ठी
जननी जने तो भक्त जन, या दाता या शूर…नहीं तो जननी बाँझ भली काहे गवाए नूर…!
इस वर्ष पुणे महानगर से रा.स्व.संघ (RSS)के तीन कार्यकर्ता प्रचारक बने हैं 1 श्री सुशांत
इस वर्ष पुणे महानगर से रा.स्व.संघ (RSS)के तीन कार्यकर्ता प्रचारक बने हैं 1 श्री सुशांत
आज जब मै दुर्ग जा रहा था,तो साथ ही बैठे सज्जन ने यह जानकर की
आज मैने जैसे ही सवेरे अखबार उठाई तो देखा मीडिया में एक बात छायी है
तमिलनाडु सरकार में मंत्री…! आज चेन्नई में अपने अ:भा:सह संयोजक सुंदरम जी मुझे व कश्मीरी
पिछले हफ्ते मैंने चेन्नई से कोलकाता व वहां से जयपुर आते हुए रश्मि बंसल की
‘जड़ो से जुड़ो’– इन गर्मी की छुट्टियों में जीरकपुर (पंजाब) की बहिन एकता नागपाल ने
कश्मीरी लाल जी और मै कलकत्ता से आगे वीरभूम जिले के तारापीठ स्थान पर हैं।
आज सवेरे कश्मीरी लाल जी व मै कलकत्ता पहुंचे, पूर्वी भारत के स्वदेशी विचार वर्ग
700 करोड रुपए वाली कंपनी की मालकिन !! (कश्मीरी लाल जी ने मुझे आज यह
मध्यप्रदेश के नीमच मे एक छोटी चाय की दुकान चलाने वाले सुरेश गंगवाल की बेटी