जबर्दस्त! मैने यहां वहां बहुत सी प्रेरक कथाएं/लैक्चर सुने पढे हैं!पर जब मैने पाकिस्तानी बलोच महिला मुनिबा मजारी की कहानी सुनी तो गहरे से प्रभावित हुआ, तो सोचा स्वदेशी चिट्ठी के पाठको को भी सुनाऊं…तो सुनो मुनीबा की कहानी, उसी की जबानी…
“ मैं पाकिस्तान के बलूचिस्तान के रूढिपंथी परिवार की हूं! 18 वर्ष की उम्र में ही मेरी ईच्छा के विरूद्ध शादी कर दी गई! मेरा एक बेटा भी है! पर विवाह के ढाई वर्ष बाद मैं अपने पति के साथ कार में जा रही थी, उसे आंख लग गई व कार एक खाई में जा गिरी!पति तो बच गया पर मेरी रीढ की हड्डी सहित अनेक हड्डियां टूट गईं! सात महीने हस्पताल में रहने के बाद जब स्ट्रेचर पर लेटे हुए घर जाने लगी तो डाक्टर ने बताया तुम्हारे शरीर में तीन जगह गर्दन बाजू व पीठ में आयरन राड डाली गई हैं! तुम जी तो जाओगी पर कभी चल नहीं पाओगी,बच्चा पैदा नहीं कर पाओगी, दायें हाथ से लिख नहीं पाओगी..,फिर भीमैने जीवन बचाने के लिए डाक्टर का धन्यवाद किया व अगले दो वर्ष बिस्तर पर ही पड़ी रही क्योकिं कई साईड इफैक्ट व बिमारियों से घिरी रही! कोई सवा दो वर्ष बाद वहीलचेयर पर बैठने लायक हुई!”
“इन दो वर्षों में कभी पति पूछने आया नहीं!और जब पहले दिन व्हीलचेयर पर बैठी तो मुझे उसकी शादी का समाचार मिला!पूछने पर पता चला कि जब मैं हस्पताल में थी तभी वह तलाक दे गया था! पर मैने उसके नए वैवाहिक जीवन के लिए लम्बा शुभसंदेश भेजा! मेरे जीवन का अर्थ क्या था, मै सोचने लगी! पर मां ने हिम्मत बंधाई व मैने जीने का मकसद खोजा! अंग्रेजी बोलनी सीखी,प्रेरक ग्रंथ व कथाएँ पढी व जीवन को उच्च स्तर से जीने का निरणय किया!! मैने पाचं भय मन से निकाले स्वास्थय, सहारा(पति,पुत्र) पैसा,लोगों की सदभावना व भविष्य! मैने वर्तमान में जीने का दूसरों को सुखी बनाने का फैसला किया और आज इसकाम में सफलता पूर्वक आपके सामने हूं!”
आपको बता दूं!यह मुनीबा माजरी आजकल एक बडे टीवी की ऐंकर है! टाप माडल है, युनाईटेड नेशन में पाकिस्तान की महिला प्रतिनिधि है!फाबर्स पत्रिका ने उसे दुनिया की तीस प्रेरक महिलाओं में रखा है! भारत सहित दुनिया में Motivational lecture के लिए जाती है!कमाई तो लाखों में हो ही गयी है!यूटयूब पर भी सुपरहिट श्रेणी में है…आप भी सुनना- सतीश
(नीचे पांच दिन पहले नागपूर में हमने अपने प्रचारक व महाराष्ट्र के संगठक राजीवजी का 60वां जन्मदिन मनाया)