तृतीय दिवस अखिल भारतीय प्रवास

तृतीय दिवस अखिल भारतीय प्रवास
श्री सतीश कुमार, सहसंगठक स्वदेशी जागरण मंच

प्रवास के तीसरा दिन कन्याकुमारी में था। प्रातः देश व युवा को प्रेरणा देने वाले स्वामी विवेकानंद जी ने जहां तब किया था स्थल देखने 7:30 बजे निकले।
कुछ दिल्ली व उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आए कार्यकर्ताओं से भेंट हुई।

उसमें प्रमुख थे उत्तराखंड के स्वामी महामंडलेश्वर जिनका हरिद्वार में अवधूत मंडल आश्रम है। उनका उत्तरकाशी, केदारनाथ में अच्छे आश्रम है।

इसके अलावा उत्तराखंड के चीफ मिनिस्टर ऑफिस, रेवेन्यू सचिव से भी मुलाकात हुई और स्वावलंबी भारत अभियान के विस्तार हेतु चर्चा भी हुई। उनके साथ उनकी श्रीमती भी थी जिनका भी कॉस्मिक हीलिंग क्षेत्र में अच्छा कार्य है।

ऋषिकुल यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेशन व प्रोफेसर से भी संपर्क हुआ जो अपने परिवार के साथ आए थे।

विवेकानंद केंद्र में राजकुमार जी संगठन की तरफ से कार्य देख रहे हैं उनसे भी लगभग शाम 6:00 बजे से 7:00 तक स्वावलंबन केंद्र व युवाओं को उद्यमी बनने के लिए काफी अच्छी चर्चा हुई। विवेकानंद केंद्र के चल रहे कार्य व उनको आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई।

दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कहलाता है कोयंबटूर! इस शहर ने 7 लाख से अधिक परिवारों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया हुआ है। अकेले कोयंबटूर की जीडीपी 50 अरब डॉलर है जबकि सारे श्रीलंका की जीडीपी 80 अरब डॉलर है।"भारत का प्रत्येक महानगर कोयंबटूर बन जाए तो भारत की बेरोजगारी भी खत्म हो जाएगी।

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