आज दिल्ली के होटल ताज मानसिंह में जहाँ पर वॉलमार्ट का मुखिया,आया हुआ है,वहाँ पर स्वदेशी जागरण मंच, दिल्ली ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया!
जब प्रदर्शन करके लौट रहे थे तो अपने विकास चौधरी, जो संघर्ष वाहिनी प्रमुख हैं,उन्होंने मेरे को कहा “सतीश जी,सौदा तो हो चुका है,अब प्रदर्शन हम कर तो रहे हैं,पर उसका फ़ायदा होगा क्या?”
तो मैंने कहा “अरे!अभी तो केवल 2 कंपनियों ने(फ्लिपकार्ट व वालमार्ट)आपस में सहमति बनायी है!भारत सरकार से इनको अनुमति लेने में,रेगुलेटरी सिस्टम से निकलने में,अभी छह महीने लगने हैं!यदि हमने इसी प्रकार का विरोध सारे देश में जारी रखा तो विजय होगी ही!”
“सत्य की विजय होती है,यह तो कृष्ण जी कह ही गए हैं! और फिर याद करो 1997-98 में जब एनरॉन कम्पनी ने तो अपना काम ही शुरू कर दिया था!किंतु क्योंकि हम सत्य पर आधारित विरोध कर रहे थे,इसलिए उस कंपनी का अंततोगत्वा क्या हुआ?खत्म हुई!”
“जब गहरे पानी में मछली पकड़ने के लिए विदेशी ट्रालों को अनुमति दी गई,तब भी कुछ ऐसी ही स्थिति थी!पर हमने विरोध किया,अनंतत:सत्य की विजय हुई! अत: विश्वास रखो,जीत हमारी ही होगी!”
मन में है विश्वास,पूरा है विश्वास!
हम होंगे क़ामयाब, एक दिन!!
नीचे चित्र में अपने कार्यकर्ता प्रदर्शन करते हुए: सरोजदा,प्रदीप जी,डॉक्टर अश्विनी महाजन जी, सुशील पाँचाल,रविन्द्र सोलंकी और अन्य कार्यकर्ता इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे थे!
जय स्वदेशी-जय भारत!~‘स्वदेशी चिट्ठी’